गत 14 अक्टूबर 2016 भविष्य के लिए एक ऐतिहासिक दिन सिद्ध हो सकता है। इसी दिन को दिल्ली में लिया गया यह चित्र है जिसमें स्वामी अग्निवेश, सुराज दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री पी के सिद्धार्थ, सामाजिक क्रियावादी श्री पी वी राजगोपाल आदि दृश्यमान हैं।
आप अवगत हैं कि सुराज दल की और से यह लगातार आग्रह किया जाता रहा है कि ऐसे सभी सामाजिक नेता और क्रियावादी, जिन्होंने अपनी ईमानदार सकारात्मक क्रियाशीलता के लिए देश का विश्वास जीता है, एक मंच पर इकठ्ठे हो कर देश को मिल कर एक स्वस्थ राजनीतिक विकल्प देने पर विचार करें।
गत 14 अक्टूबर को जब जंतर मंतर के करीब बंधुआ मुक्ति मोर्चा की बैठक चल रही थी, यह प्रस्ताव दिया गया कि चंपारण सत्याग्रह के सौवें वर्ष में देश के 200 ऐसे लोग एक कन्वेंशन में एकत्र हों और एक राजनितिक विकल्प के स्वरुप पर चर्चा करें। वेन्यू चंपारण हो या बिहार का ही कोई अन्य स्थल, जैसे पटना, जहाँ 200 लोगों के ठहरने की व्यवस्था हो। कन्वेंशन की टेन्टेटिव तिथियाँ हैं 13 से 15 दिसंबर, 2016।
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